Jindagi Shayari in Hindi 2022 - If you are searching Jindagi or Zindagi Shayari in Hindi. It's the best way to get from us for free. Just copy status and share it on Whatsapp or Facebook. Enjoy!
1. शायद यही ज़िंदगी का इम्तिहान होता है, हर एक शख्स किसी का गुलाम होता है, कोई ढूढ़ता है ज़िंदगी भर मंज़िलों को, कोई पाकर मंज़िलों को भी बेमुकाम होता है|
2. जिस दिन किताब ए इश्क की तक्मील हो गई, रख देंगे ज़िन्दगी तेरा बस्ता उठा के हम|
3. ज़िन्दगी जिसको तेरा प्यार मिला वो जाने, हम तो नाकाम ही रहे चाहने वालों की तरह|
4. मायने ज़िन्दगी के बदल गये अब तो, कई अपने मेरे बदल गये अब तो, करते थे बात आँधियों में साथ देने की हवा चली और सब मुकर गये अब तो|
5. चाहा है तुझको तेरे तगाफुल के बावजूद, ऐ ज़िन्दगी तू भी याद करेगी कभी हमें|
6. सफर ज़िन्दगी का बहुत ही हसीन है, सभी को किसी न किसी की तालाश है, किसी के पास मंज़िल है तो राह नहीं, और किसी के पास राह है तो मंज़िल नहीं|
7. अगर तुमसे कोई पूछे बताओ जिंदगी क्या है, हथेली पर जरा सी ख़ाक रखना और उड़ा देना|
8. कभी बनती थी तो कभी बिगड़ कर बैठ जाती थी, तेरे साथ जैसी भी थी जिंदगी, जिंदगी जैसी तो थी|
9. धूप में निकलो, घटाओं में नहाकर देखो, ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो|
10. क्या बेचकर हम खरीदें फुर्सत ऐ जिंदगी, सब कुछ तो गिरवी पड़ा है जिम्मेदारी के बाजार में|
11. जब रूह किसी बोझ से थक जाती है, एहसास की लौ और भी बढ़ जाती है, मैं बढ़ता हूँ ज़िन्दगी की तरफ लेकिन, ज़ंजीर सी पाँव में छनक जाती है|
12. कल न हम होंगे न कोई गिला होगा, सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा, जो लम्हे हैं चलो हँसकर बिता लें, जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा|
13. मौत से कैसा डर मिनटों का खेल है, आफत तो जिंदगी है बरसों चला करती है|
14. तुझसे कोई शिकायत नहीं है ऐ जिदंगी जो भी दिया है वही बहुत है|
15. चूम लेता हूँ हर मुश्किल को अपना मान कर मैं, क्यूँकि ज़िन्दगी कैसी भी है, है तो मेरी ही|
16. कभी धूप दे, कभी बदलियाँ, दिलो जान से दोनों क़बूल हैं, मगर उस नगर में न कैद कर, जहाँ जिंदगी की हवा न हो|
17. एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है, कोई जी लेता है जिंदगी किसी की कट जाती है|
18. लोग डूबते हैं तो समंदर को दोष देते हैं, मंजिल न मिले तो मुकद्दर को दोष देते हैं, खुद तो संभल कर चल नहीं सकते, जब ठेस लगती है तो पत्थर को दोष देते हैं|
19. बारिश में रख दूँ जिंदगी को ताकि धुल जाए पन्नो की स्याही, ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन करता है कभी कभी|
20. जिंदगी में ये हुनर भी आजमाना चाहिए, अपनों से हो जंग तो हार जाना चाहिए|
21. चेहरे की हँसी से गम को भुला दो, कम बोलो पर सब कुछ बता दो, खुद ना रूठो पर सबको हँसा दो, यही राज है ज़िन्दगी का, जियो और जीना सिखा दो|
22. अजीब तरह से गुजर गयी मेरी जिंदगी, सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ|
23. शम्मा परवाने को जलना सिखाती है, शाम सूरज को ढलना सिखाती है, क्यों कोसते हो पत्थरों को जबकि, ठोकरें ही इंसान को चलना सिखाती हैं|
24. जिन्दगी लत है, हर लम्हे से बेपनाह मोहब्बत है, मुश्किल और सुकून की कशमकश में, जिंदगी यूं ही जिये जाता हूँ|
25. ज़िंदादिली होती है जिन्दगी, इश्क मे घुली होती है जिन्दगी, तुमसे मिलने कि चाहत रखती है जिन्दगी, लेकिन तक़दीर नही मिलने देती है जिन्दगी|
26. इतनी ठोकरें देने के लिए शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी, चलने का न सही सँभलने का हुनर तो आ गया|
27. धूप और छाँव कि पतली लकीर पर खड़ा हूँ, दोनों पार यादें हैं सपने हैं उम्मीदें हैं, और है बहता हुआ वक्त भी|
28. यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है, जिसमें न तो आज और न ही कल है, जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह, जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है|
29. इतनी बदसलूकी ना कर, ऐ जिंदगी हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले हैं|
30. जिंदगी भी तवायफ की तरह होती है, कभी मज़बूरी में नाचती है कभी मशहूरी में|
31. यूँ ही खत्म हो जायेगा जा़म की तरह जिन्दगी का सफ़र, कड़वा ही सही एक बार तो नशे में होकर इसे पिया जाये|
32. खुशी में भी आँखें आँसू बहाती रही, ज़रा सी बात देर तक रूलाती रही, कोई खो के मिल गया तो कोई मिल के खो गया, ज़िंदगी हम को बस ऐसे ही आज़माती रही|
33. आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी, जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी|
34. आया ही था खयाल कि आँखें छलक पड़ीं आँसू किसी की याद के कितने करीब हैं|
35. सिर्फ सांसे चलते रहने को ही ज़िन्दगी नही कहते, आँखों में कुछ ख़वाब और दिल में उम्मीदे होना जरूरी है|
36. मुझे ज़िन्दगी का इतना तजुर्बा तो नही पर सुना है सादगी में लोग जीने नही देते|
37. ज़िन्दगी में ऐसे लोग भी होते है, जिन्हें हम पा नही सकते सिर्फ चाह सकते है|
38. ज़िन्दगी कभी आसान नही होती इसे आसान करना पड़ता है, कुछ नजर अंदाज करके कुछ को बर्दास्त करके|
39. मत सोच इतना ज़िन्दगी के बारे में, जिसने ज़िन्दगी दी है उसने भी कुछ तो सोचा होगा|
40. आराम से जिंदगी जीना चाहते हो तो अपने दिल से लालच निकाल दो|
41. मेरी ज़िन्दगी तुम बन गई, मुझे जीना सिखा दिया तुमने|
42. जो मिला कोई न कोई सबक दे गया, अपनी ज़िन्दगी में हर कोई गुरु निकला|
43. ज़िन्दगी कबकी खामूश हो गयी, दिल तो बस आदतन धड़कता है|
44. तुझमे छिपे हैं मेरी ज़िन्दगी के हजारों राज, तुझे वास्ता ज़िन्दगी का ज़रा खुद का ख्याल रख|
45. होना क्या है, ज़िन्दगी को भुगत रहा हूँ ज़िन्दगी के बिन|
46. ज़िन्दगी हसीन है, ज़िन्दगी से प्यार करो हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो, वो पल भी आएगा, जिस पल का इंतज़ार हैं आपको बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो|
47. तु कितनी भी खुबसुरत क्यूँ ना हो ए ज़िंदगी खुशमिजाज़ दोस्तों के बगैर अच्छी नहीं लगती|
48. कैसे कह दूँ कि अब थक गया हूँ मैं, न जाने घर में कितनों का हौसला हूँ मैं|
49. प्यार तब तक रहता है जब तक की वजूद और मौजूद की बात हो नहीं तो जरुरी और मज़बूरी रस्ते ही बदल देते है|
50. एक और ईंट गिर गई दीवार ए जिंदगी से नादान कह रहे हैं नया साल मुबारक हो|
51. ज़िन्दगी बीत जाती है अपनों को अपना बनाने में|
52. रखा करो नजदीकियॉ, जिन्दगी का कुछ भरोसा नही, फिर मत कहना, चले भी गऐ और बताया भी नही|
53. समंदर बड़ा होकर भी अपनी हदों में रहता है, इन्सान छोटा होकर भी औकात भूल जाता है|
54. फूलों की शुरुआत कली से होती है, जिंदगी की शुरुआत प्यार से होती है, प्यार की शुरुआत अपनों से होती है, और अपनों की शुरुआत आप से होती है|
55. ज़िंदगी नहीं रुकती किसी के बगैर, बस उस शख्स की जगह हमेशा खाली रह जाती है|
56. डरते है आग से कही जल न जाये, डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये, लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे, कहीं आप हमें भूल न जाये|
57. उनके साथ जीने का एक मौका दे दे ऐ खुदा, तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे|
58. ये सोच कर अपनी हर हँसी बाट दी मेने, कि किसी ख़ुशी पर मेरा भी नाम हो जाए, मुख़्तसर सा सफर है मेरा कोन जाने कब मेरे इस सफर की आखरी शाम हो जाए|
59. हाथ की लकीरे भी कितनी अजीब है, कमबख्त मुट्ठी में तो है पर काबू में नहीं|
60. ज़िन्दगी एक फूल है तो मोहब्बत उसकी खुशबू, प्यार एक दरिया है तो महबूब उसका साहिल, अगर ज़िन्दगी एक दर्द है तो दोस्त उसकी दवा|
61. एक बेटी खजाने के समान है पर कभी कभी आपको नींद ना आने का कारण भी|
62. ऐ ज़िन्दगी मुझे कुछ मुश्कुराहते उधार दे दे| अपने आ रहे है मिलने की रस्म निभानी है|
63. खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है| जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है| कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे| जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है|
64. अफसोस तो है तेरे बदल जाने का मगर, तेरे कुछ बातो ने मुझे जीना सिखा दिया|
65. जी भर के रोते है तो करार मिलता है, इस जहाँ में कहा सबको प्यार मिलता है, ज़िन्दगी गुज़र जाती है इम्तिहान के दौर में, एक ज़ख्म भरता है तो दूसरा तैयार मिलता है|
66. यूँ तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी, मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो कतारे बहुत थी|
67. मेरी ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग| सुनो बेवजह भी जीते हैं हम जैसे लोग|
68. सबसे बड़ा गुरु मन्त्र है कभी भी अपने राज़ दूसरों को मत बताएं ये आपको बर्वाद कर देगा|
69. थक गया दर्द भी अपनी अदाकारी करते करते| ऐ खुशी कभी तू भी अपना किरदार निभा दे|
70. ज़िंदगी मे ऐसे मोड़ आते है| सावन के बाद पतझड़ आते है| आँसुओं के सागर मे मोती मिलते है| जो ढूँढ ले वो ज़िंदगी जी लेते है|
71. मालूम है मुझे वो ना मेरी थी ना कभी होगी बस इक शौक था उसके पीछे जिदंगी बर्बाद करने की|
72. तुमसे किसने कह दिया कि मोहब्बत की बाजी हार गए हम| अभी तो दाँव मे चलने के लिए मेरी जान बाकी है|
73. जिन्दगी तो बस बिता दी हमने वही, जहा चार कदम तेरे संग चले थे|
74. लोग कहते हैं दुःख बुरा होता है| जब भी आता है रुलाता है| मगर हम कहते हैं दुःख अच्छा होता है| जब भी आता है कुछ सिखाता है|
75. सम्बन्धी, परिवार घर, मित्र,पड़ोस, समाज| कोई सह पाता नहीं, ख़ुशी किसी की आज|
76. जिन्दगी का सबसे बड़ा रहस्य यह है की| हम जानते है कि हम किसके लिए जी रहे है| लेकिन ये कभी नहीं जान पाते कि हमारे लिए कौन जी रहा हैं|
77. चलता रहुगा पथ पर चलने में माहिर बन जाऊँगा| या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा मुसाफिर बन जाऊँगा|
78. मै मेरी सारी ज़िन्दगी तुम्हारे नाम कर दू, बस कुछ देर सीने से लगालो मुझे|
79. कोई मुझसे पूछता है जब मेरी जिंदगी की कीमत मुझे याद आ जाता है तेरा वो हल्का सा मुस्कराना|
80. कैसे कहें कि ज़िंदगी क्या देती है| हर कदम पे ये दगा देती है| जिनकी जान से भी ज्यादा कीमत हो दिल में| उन्ही से दूर रहने की सज़ा देती है|
81. रोक कर बैठा हूँ ज़िन्दगी को कि तुम आओगी तो जीना शुरू कर देगे|
82. जिंदगी के मजे लेना सीखो| वक्त तो तुम्हारे मजे लेता ही रहेगा|
83. जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ| मगर किसी के हालात और मजबूरी का नही|
84. हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है| हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है| सब कुछ है यहाँ बस तू नही| इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है|
85. हमें कहाँ मालुम थे इश्क़ के मायने हज़ूर| बस वो मिली और जिंदगी मोहब्बत बन गयी|
86. जाने क्यूँ अधुरी-सी लगती है जिन्दगी| जैसे खुद को किसी के पास भूल आये हो|
87. इन हसरतों को इतना भी क़ैद में न रख ए ज़िंदगी| ये दिल भी थक चुका है इनकी ज़मानत कराते कराते|
88. कोई दुश्मनी नही ज़िन्दगी से| मेरी बस ज़िद्द है तेरे साथ जीना है|
89. जब यकीन टूट जाये तो हर रिश्ता बेमानी सा लगता है| और जब उम्मीद छूट जाये तो जीना बेकार सा लगता है|
90. मिले तो हजारों लोग हे, जिंदगी में| पर वो सबसे अलग है जो किस्मत में नहीं हे|
91. में भी मुसाफिर हूँ तेरी कश्ती का ए ज़िन्दगी, तू जहा मुझसे कहेगी, में वही उतर जाऊंगा|
92. मेरी ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग| सुनो बेवजह भी जीते हैं हम जैसे लोग|
93. जो जितना दूर होता है नज़रो से उतना ही वो दिल के पास होता है| मुस्किल से भी जिसकी एक ज़लक देखने को ना मिले| वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है|
94. ज़िंदगी चाहे एक दिन की हो या चाहे चार दिन की| उसे ऐसे जियो जैसे कि ज़िंदगी तुम्हें नहीं मिली, ज़िंदगी को तुम मिले हो|
95. तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह| फिर ये कैसे कह दूँ कि मेरा दिन खराब है|
96. ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही ख़्वाहिशों का है, दोस्तों ना तो किसी को ग़म चाहिए और ना ही किसी को कम चाहिए|
97. जिंदगी कुछ नहीं बस एक तलब बनकर रह गयी| न जाने कब अनगिनत टुकडों में बट कर रह गयी|
98. जिन्दगी जख्मो से भरी हैं, वक़्त को मरहम बनाना सिख लें| हारना तो है मोतके सामने, फ़िलहाल जिन्दगी से जीना सिख लें|
99. मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं और ख्वाहिशें अधूरी है, मगर जिंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियां भी जरूरी हैं|
100. ज़िंदगी में लोग दर्द के सिवा दे भी क्या सकते हैं| मरने के बाद दो गज़ कफ़न देते हैं वो भी रो रो कर|
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1. शायद यही ज़िंदगी का इम्तिहान होता है, हर एक शख्स किसी का गुलाम होता है, कोई ढूढ़ता है ज़िंदगी भर मंज़िलों को, कोई पाकर मंज़िलों को भी बेमुकाम होता है|
2. जिस दिन किताब ए इश्क की तक्मील हो गई, रख देंगे ज़िन्दगी तेरा बस्ता उठा के हम|
3. ज़िन्दगी जिसको तेरा प्यार मिला वो जाने, हम तो नाकाम ही रहे चाहने वालों की तरह|
4. मायने ज़िन्दगी के बदल गये अब तो, कई अपने मेरे बदल गये अब तो, करते थे बात आँधियों में साथ देने की हवा चली और सब मुकर गये अब तो|
5. चाहा है तुझको तेरे तगाफुल के बावजूद, ऐ ज़िन्दगी तू भी याद करेगी कभी हमें|
6. सफर ज़िन्दगी का बहुत ही हसीन है, सभी को किसी न किसी की तालाश है, किसी के पास मंज़िल है तो राह नहीं, और किसी के पास राह है तो मंज़िल नहीं|
7. अगर तुमसे कोई पूछे बताओ जिंदगी क्या है, हथेली पर जरा सी ख़ाक रखना और उड़ा देना|
8. कभी बनती थी तो कभी बिगड़ कर बैठ जाती थी, तेरे साथ जैसी भी थी जिंदगी, जिंदगी जैसी तो थी|
9. धूप में निकलो, घटाओं में नहाकर देखो, ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो|
10. क्या बेचकर हम खरीदें फुर्सत ऐ जिंदगी, सब कुछ तो गिरवी पड़ा है जिम्मेदारी के बाजार में|
11. जब रूह किसी बोझ से थक जाती है, एहसास की लौ और भी बढ़ जाती है, मैं बढ़ता हूँ ज़िन्दगी की तरफ लेकिन, ज़ंजीर सी पाँव में छनक जाती है|
12. कल न हम होंगे न कोई गिला होगा, सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा, जो लम्हे हैं चलो हँसकर बिता लें, जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा|
13. मौत से कैसा डर मिनटों का खेल है, आफत तो जिंदगी है बरसों चला करती है|
14. तुझसे कोई शिकायत नहीं है ऐ जिदंगी जो भी दिया है वही बहुत है|
15. चूम लेता हूँ हर मुश्किल को अपना मान कर मैं, क्यूँकि ज़िन्दगी कैसी भी है, है तो मेरी ही|
16. कभी धूप दे, कभी बदलियाँ, दिलो जान से दोनों क़बूल हैं, मगर उस नगर में न कैद कर, जहाँ जिंदगी की हवा न हो|
17. एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है, कोई जी लेता है जिंदगी किसी की कट जाती है|
18. लोग डूबते हैं तो समंदर को दोष देते हैं, मंजिल न मिले तो मुकद्दर को दोष देते हैं, खुद तो संभल कर चल नहीं सकते, जब ठेस लगती है तो पत्थर को दोष देते हैं|
19. बारिश में रख दूँ जिंदगी को ताकि धुल जाए पन्नो की स्याही, ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन करता है कभी कभी|
20. जिंदगी में ये हुनर भी आजमाना चाहिए, अपनों से हो जंग तो हार जाना चाहिए|
21. चेहरे की हँसी से गम को भुला दो, कम बोलो पर सब कुछ बता दो, खुद ना रूठो पर सबको हँसा दो, यही राज है ज़िन्दगी का, जियो और जीना सिखा दो|
22. अजीब तरह से गुजर गयी मेरी जिंदगी, सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ|
23. शम्मा परवाने को जलना सिखाती है, शाम सूरज को ढलना सिखाती है, क्यों कोसते हो पत्थरों को जबकि, ठोकरें ही इंसान को चलना सिखाती हैं|
24. जिन्दगी लत है, हर लम्हे से बेपनाह मोहब्बत है, मुश्किल और सुकून की कशमकश में, जिंदगी यूं ही जिये जाता हूँ|
25. ज़िंदादिली होती है जिन्दगी, इश्क मे घुली होती है जिन्दगी, तुमसे मिलने कि चाहत रखती है जिन्दगी, लेकिन तक़दीर नही मिलने देती है जिन्दगी|
26. इतनी ठोकरें देने के लिए शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी, चलने का न सही सँभलने का हुनर तो आ गया|
27. धूप और छाँव कि पतली लकीर पर खड़ा हूँ, दोनों पार यादें हैं सपने हैं उम्मीदें हैं, और है बहता हुआ वक्त भी|
28. यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है, जिसमें न तो आज और न ही कल है, जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह, जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है|
29. इतनी बदसलूकी ना कर, ऐ जिंदगी हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले हैं|
30. जिंदगी भी तवायफ की तरह होती है, कभी मज़बूरी में नाचती है कभी मशहूरी में|
31. यूँ ही खत्म हो जायेगा जा़म की तरह जिन्दगी का सफ़र, कड़वा ही सही एक बार तो नशे में होकर इसे पिया जाये|
32. खुशी में भी आँखें आँसू बहाती रही, ज़रा सी बात देर तक रूलाती रही, कोई खो के मिल गया तो कोई मिल के खो गया, ज़िंदगी हम को बस ऐसे ही आज़माती रही|
33. आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी, जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी|
34. आया ही था खयाल कि आँखें छलक पड़ीं आँसू किसी की याद के कितने करीब हैं|
35. सिर्फ सांसे चलते रहने को ही ज़िन्दगी नही कहते, आँखों में कुछ ख़वाब और दिल में उम्मीदे होना जरूरी है|
36. मुझे ज़िन्दगी का इतना तजुर्बा तो नही पर सुना है सादगी में लोग जीने नही देते|
37. ज़िन्दगी में ऐसे लोग भी होते है, जिन्हें हम पा नही सकते सिर्फ चाह सकते है|
38. ज़िन्दगी कभी आसान नही होती इसे आसान करना पड़ता है, कुछ नजर अंदाज करके कुछ को बर्दास्त करके|
39. मत सोच इतना ज़िन्दगी के बारे में, जिसने ज़िन्दगी दी है उसने भी कुछ तो सोचा होगा|
40. आराम से जिंदगी जीना चाहते हो तो अपने दिल से लालच निकाल दो|
41. मेरी ज़िन्दगी तुम बन गई, मुझे जीना सिखा दिया तुमने|
42. जो मिला कोई न कोई सबक दे गया, अपनी ज़िन्दगी में हर कोई गुरु निकला|
43. ज़िन्दगी कबकी खामूश हो गयी, दिल तो बस आदतन धड़कता है|
44. तुझमे छिपे हैं मेरी ज़िन्दगी के हजारों राज, तुझे वास्ता ज़िन्दगी का ज़रा खुद का ख्याल रख|
45. होना क्या है, ज़िन्दगी को भुगत रहा हूँ ज़िन्दगी के बिन|
46. ज़िन्दगी हसीन है, ज़िन्दगी से प्यार करो हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो, वो पल भी आएगा, जिस पल का इंतज़ार हैं आपको बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो|
47. तु कितनी भी खुबसुरत क्यूँ ना हो ए ज़िंदगी खुशमिजाज़ दोस्तों के बगैर अच्छी नहीं लगती|
48. कैसे कह दूँ कि अब थक गया हूँ मैं, न जाने घर में कितनों का हौसला हूँ मैं|
49. प्यार तब तक रहता है जब तक की वजूद और मौजूद की बात हो नहीं तो जरुरी और मज़बूरी रस्ते ही बदल देते है|
50. एक और ईंट गिर गई दीवार ए जिंदगी से नादान कह रहे हैं नया साल मुबारक हो|
51. ज़िन्दगी बीत जाती है अपनों को अपना बनाने में|
52. रखा करो नजदीकियॉ, जिन्दगी का कुछ भरोसा नही, फिर मत कहना, चले भी गऐ और बताया भी नही|
53. समंदर बड़ा होकर भी अपनी हदों में रहता है, इन्सान छोटा होकर भी औकात भूल जाता है|
54. फूलों की शुरुआत कली से होती है, जिंदगी की शुरुआत प्यार से होती है, प्यार की शुरुआत अपनों से होती है, और अपनों की शुरुआत आप से होती है|
55. ज़िंदगी नहीं रुकती किसी के बगैर, बस उस शख्स की जगह हमेशा खाली रह जाती है|
56. डरते है आग से कही जल न जाये, डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये, लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे, कहीं आप हमें भूल न जाये|
57. उनके साथ जीने का एक मौका दे दे ऐ खुदा, तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे|
58. ये सोच कर अपनी हर हँसी बाट दी मेने, कि किसी ख़ुशी पर मेरा भी नाम हो जाए, मुख़्तसर सा सफर है मेरा कोन जाने कब मेरे इस सफर की आखरी शाम हो जाए|
59. हाथ की लकीरे भी कितनी अजीब है, कमबख्त मुट्ठी में तो है पर काबू में नहीं|
60. ज़िन्दगी एक फूल है तो मोहब्बत उसकी खुशबू, प्यार एक दरिया है तो महबूब उसका साहिल, अगर ज़िन्दगी एक दर्द है तो दोस्त उसकी दवा|
61. एक बेटी खजाने के समान है पर कभी कभी आपको नींद ना आने का कारण भी|
62. ऐ ज़िन्दगी मुझे कुछ मुश्कुराहते उधार दे दे| अपने आ रहे है मिलने की रस्म निभानी है|
63. खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है| जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है| कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे| जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है|
64. अफसोस तो है तेरे बदल जाने का मगर, तेरे कुछ बातो ने मुझे जीना सिखा दिया|
65. जी भर के रोते है तो करार मिलता है, इस जहाँ में कहा सबको प्यार मिलता है, ज़िन्दगी गुज़र जाती है इम्तिहान के दौर में, एक ज़ख्म भरता है तो दूसरा तैयार मिलता है|
66. यूँ तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी, मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो कतारे बहुत थी|
67. मेरी ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग| सुनो बेवजह भी जीते हैं हम जैसे लोग|
68. सबसे बड़ा गुरु मन्त्र है कभी भी अपने राज़ दूसरों को मत बताएं ये आपको बर्वाद कर देगा|
69. थक गया दर्द भी अपनी अदाकारी करते करते| ऐ खुशी कभी तू भी अपना किरदार निभा दे|
70. ज़िंदगी मे ऐसे मोड़ आते है| सावन के बाद पतझड़ आते है| आँसुओं के सागर मे मोती मिलते है| जो ढूँढ ले वो ज़िंदगी जी लेते है|
71. मालूम है मुझे वो ना मेरी थी ना कभी होगी बस इक शौक था उसके पीछे जिदंगी बर्बाद करने की|
72. तुमसे किसने कह दिया कि मोहब्बत की बाजी हार गए हम| अभी तो दाँव मे चलने के लिए मेरी जान बाकी है|
73. जिन्दगी तो बस बिता दी हमने वही, जहा चार कदम तेरे संग चले थे|
74. लोग कहते हैं दुःख बुरा होता है| जब भी आता है रुलाता है| मगर हम कहते हैं दुःख अच्छा होता है| जब भी आता है कुछ सिखाता है|
75. सम्बन्धी, परिवार घर, मित्र,पड़ोस, समाज| कोई सह पाता नहीं, ख़ुशी किसी की आज|
76. जिन्दगी का सबसे बड़ा रहस्य यह है की| हम जानते है कि हम किसके लिए जी रहे है| लेकिन ये कभी नहीं जान पाते कि हमारे लिए कौन जी रहा हैं|
77. चलता रहुगा पथ पर चलने में माहिर बन जाऊँगा| या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा मुसाफिर बन जाऊँगा|
78. मै मेरी सारी ज़िन्दगी तुम्हारे नाम कर दू, बस कुछ देर सीने से लगालो मुझे|
79. कोई मुझसे पूछता है जब मेरी जिंदगी की कीमत मुझे याद आ जाता है तेरा वो हल्का सा मुस्कराना|
80. कैसे कहें कि ज़िंदगी क्या देती है| हर कदम पे ये दगा देती है| जिनकी जान से भी ज्यादा कीमत हो दिल में| उन्ही से दूर रहने की सज़ा देती है|
81. रोक कर बैठा हूँ ज़िन्दगी को कि तुम आओगी तो जीना शुरू कर देगे|
82. जिंदगी के मजे लेना सीखो| वक्त तो तुम्हारे मजे लेता ही रहेगा|
83. जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ| मगर किसी के हालात और मजबूरी का नही|
84. हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है| हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है| सब कुछ है यहाँ बस तू नही| इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है|
85. हमें कहाँ मालुम थे इश्क़ के मायने हज़ूर| बस वो मिली और जिंदगी मोहब्बत बन गयी|
86. जाने क्यूँ अधुरी-सी लगती है जिन्दगी| जैसे खुद को किसी के पास भूल आये हो|
87. इन हसरतों को इतना भी क़ैद में न रख ए ज़िंदगी| ये दिल भी थक चुका है इनकी ज़मानत कराते कराते|
88. कोई दुश्मनी नही ज़िन्दगी से| मेरी बस ज़िद्द है तेरे साथ जीना है|
89. जब यकीन टूट जाये तो हर रिश्ता बेमानी सा लगता है| और जब उम्मीद छूट जाये तो जीना बेकार सा लगता है|
90. मिले तो हजारों लोग हे, जिंदगी में| पर वो सबसे अलग है जो किस्मत में नहीं हे|
91. में भी मुसाफिर हूँ तेरी कश्ती का ए ज़िन्दगी, तू जहा मुझसे कहेगी, में वही उतर जाऊंगा|
92. मेरी ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग| सुनो बेवजह भी जीते हैं हम जैसे लोग|
93. जो जितना दूर होता है नज़रो से उतना ही वो दिल के पास होता है| मुस्किल से भी जिसकी एक ज़लक देखने को ना मिले| वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है|
94. ज़िंदगी चाहे एक दिन की हो या चाहे चार दिन की| उसे ऐसे जियो जैसे कि ज़िंदगी तुम्हें नहीं मिली, ज़िंदगी को तुम मिले हो|
95. तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह| फिर ये कैसे कह दूँ कि मेरा दिन खराब है|
96. ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही ख़्वाहिशों का है, दोस्तों ना तो किसी को ग़म चाहिए और ना ही किसी को कम चाहिए|
97. जिंदगी कुछ नहीं बस एक तलब बनकर रह गयी| न जाने कब अनगिनत टुकडों में बट कर रह गयी|
98. जिन्दगी जख्मो से भरी हैं, वक़्त को मरहम बनाना सिख लें| हारना तो है मोतके सामने, फ़िलहाल जिन्दगी से जीना सिख लें|
99. मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं और ख्वाहिशें अधूरी है, मगर जिंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियां भी जरूरी हैं|
100. ज़िंदगी में लोग दर्द के सिवा दे भी क्या सकते हैं| मरने के बाद दो गज़ कफ़न देते हैं वो भी रो रो कर|
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