Yaad Shayari in Hindi 2022 - It's one of the best shayari we have in our blog, we have tired our level best to give our the fresh and unique content to you guys, don't forget to share it with your friends.
1. नहीं कोई जरुरत याद रखने की हमे, हम खुद ही याद आएँगे जहाँ जिक्र ऐ वफ़ा होगा|
2. उसकी यादों से भरी है मेरे दिल की तिजोरी| कोई कोहिनूर भी दे तो भी मैं सौदा ना करूँ|
3. तुम याद नही करते, हम तुम्हे भुला नही सकते, तुम्हारा और हमारा रिश्ता इतना खूबसूरत है|
4. तेरी यादो की नौकरी में गजल की पगार मिलती हैं, खर्च हो जाते हैं झूठे वादे वफ़ा कहाँ उधार मिलती हैं|
5. कभी कभी के तस्सवुर से ये दिल नहीं भरता, मेरे ख्यालों में आओ तो बार बार आया करो|
6. यूं ही गुज़र जाते हैं मीठे लम्हे मुसाफिरों की तरह, और यादें वहीं खडी रह जाती हैं रूके रास्तों की तरह|
7. माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही, पर ये सच है के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही, उस के दिल मे, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन, मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही|
8. यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए, कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए, रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं, बस दिलों मे प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए|
9. तुम्हारी याद के साए मेरे दिल के अँधेरे में, बहुत तकलीफ देते हैं मुझे जीने नहीं देते, अकेली राह में हमराह कोई मिल तो जाता है, मगर कुछ दर्द हैं जो दिल बहलने नहीं देते|
10. ज़िंदगी तेरे बिना अब कटती नहीं है, तेरी याद मेरे दिल से मिटती नही, तुम बसे हो मेरी निगाहो में, आँखो से तेरी सूरत हटती नही|
11. जब रात को आपकी याद आती है, सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है, खोजती है निग़ाहें उस चेहरे को, याद में जिसकी सुबह हो जाती है|
12. कुछ खूबसूरत पलों की महक सी हैं तेरी यादें, सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं|
13. अहसास मिटा,तलाश मिटी, मिट गई उम्मीदें भी, सब मिट गया पर जो न मिट सका वो है यादें तेरी|
14. लबों पर लफ्ज़ भी अब तेरी तलब लेकर आते हैं, तेरे जिक्र से महकते हैं तेरे सजदे में बिखर जाते हैं|
15. मजबूर नहीं करेंगे तुझे वादे निभानें के लिए, बस एक बार आ जा, अपनी यादें वापस ले जाने के लिए|
16. तुझे भुलाने की कोशिश तो बहुत की ऐ सनम, तेरी यादें गुलाब की साख हैं जो रोज महकती हैं|
17. याद रखते हैं हम आज भी उन्हें पहले की तरह, कौन कहता है फासले मोहब्बत की याद मिटा देते हैं|
18. कभी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं, मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं|
19. सूकून का एक लम्हा भी मयस्सर नहीं मुझको, मोहब्बत को सुलाता हूँ तो तेरी यादें जाग जाती है|
20. हम तस्लीम करते हैं हमें फुर्सत नहीं मिलती, मगर जब याद करते हैं ज़माना भूल जाते हैं|
21. बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठे, आ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया|
22. तरीका मेरे क़त्ल का तुम एक ये भी इजाद करो, मर जाऊँ मैं हिचकियों से मुझे इतना याद करो|
23. मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी, तुम्हारी याद आई और मौसम सुहाना हो गया|
24. तेरे ग़म में भी नायाब खजाना ढूँढ़ लेते हैं, हम तुझे याद करने का बहाना ढूँढ़ लेते हैं|
25. याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी, आईने को देखिये हमसे बात हो जायेगी, शिकवा न करिए हमसे मिलने का, आँखे बंद कीजिये मुलाकात हो जायेगी|
26. जब रात को आपकी याद आती है, सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है, खोजती है निगाहें उस चेहरे को, याद में जिसकी सुबह हो जाती है|
27. किसने कह दिया आपकी याद नहीं आती, बिना याद किये कोई रात नहीं जाती, वक्त बदल जाता है, आदत नहीं जाती, आप खास हो ये बात कही नहीं जाती|
28. आपकी धड़कन से ही है रिश्ता हमारा, आपकी साँसों से ही है नाता हमारा, भूल कर भी कभी भूल न जाना हमें, आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा|
29. इतना न याद आओ कि खुद को तुम समझ बैठूं, मुझे अहसास रहने दो मेरी अपनी भी हस्ती है|
30. तुझे याद करना न करना अब मेरे बस में कहाँ, दिल को आदत है हर धड़कन पे तेरा नाम लेने की|
31. बहुत जी चाहता है क़ैद ए जाँ से हम निकल जायें , तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है|
32. भुला दिया है मुझे ज़ालिम ने आदतन भी मगर, वो बात कि जिससे याद आऊँ मुझ में थी भी नहीं|
33. तबियत अपनी घबराती है सुनसान रातों में, हम ऐसे में तेरी यादों की चादर तान लेते हैं|
34. उसे यकीन था खुद पे कि भूल जायेगा मुझे, हमें भी दिल पे भरोसा था और याद रक्खे हैं|
35. जिससे चाहा था बिखरने से बचा ले मुझको, कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को, मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है, फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको|
36. बदली सावन की कोई जब भी बरसती होगी, दिल ही दिल में वह मुझे याद तो करती होगी, ठीक से सो न सकी होगी कभी ख्यालों से मेरे, करवटें रात भर बिस्तर पे बदलती होगी|
37. यादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती है, आँखों को सुलाने में कुछ देर तो लगती है, किसी शख्स को भुला देना इतना आसान नहीं, दिल को समझाने में कुछ देर तो लगती है|
38. खुशबू की तरह आया वो तेज हवाओं में, माँगा था जिसे हमने दिन रात दुआओं में, तुम छत पे नहीं आये मैं घर से नहीं निकला, ये चाँद बहुत भटका सावन की घटाओं में|
39. तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं, गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं, हम इर्द गिर्द के मौसम से जब भी घबराये, तेरे ख्याल की छांव में बैठ जाते हैं|
40. चाँद के बिना अँधेरी रात रह जाती है, साथ एक हसीन सी मुलाकात रह जाती है, सच है कि जिंदगी कभी रूकती नहीं, वक़्त निकल जाता है और याद रह जाती है|
41. कुछ कर अब मेरा भी इलाज ऐ हकीम ए मुहब्बत, हर रात वो याद आता है और मुझसे सोया नहीं जाता|
42. नया कुछ भी नहीं हमदम वही आलम पुराना है, तुम्हें भुलाने की कोशिश है तुम्हीं को याद आना है|
43. तड़प रहीं हैं मेरी साँसें तुझे महसूस करने को, खुशबू बनके बिखर जाओ तो कुछ बात बने|
44. बहुत मुश्किल से करते हैं तेरी यादों का कारोबार, मुनाफा कम ही सही मगर गुजारा हो ही जाता है|
45. हिचकियाँ दिलाकर हमारी उल्फत क्यूँ बढ़ा रहे हो, बस इतना बता दो याद कर रहे हो या याद आ रहे हो|
46. नहीं फुर्सत यकीं मानो हमें कुछ और करने की, तेरी यादें, तेरी बातें बहुत मसरूफ़ रखती हैं|
47. अगर आँसू बहा लेने से यादें बह जाती, तो एक ही दिन में हम तेरी याद मिटा देते|
48. याद आते हैं तो कुछ भी नहीं करने देते , आप की यही बात बहुत बुरी लगती है|
49. भूल जाना उसे मुश्किल तो नहीं है लेकिन, काम आसान भी हमसे कहाँ होते हैं|
50. कहीं ये अपनी मोहब्बत की इंतहा तो नहीं, बहुत दिनों से तेरी याद भी नहीं आई|
51. कभी यूँ भी हो कि बाज़ी पलट जाए सारी, उसे याद सताए मेरी और मैं सुकून से सो जाऊं|
52. जिसको तुम भूल गए याद करे कौन उसे, जिसे तुम याद हो वो याद किसको करे|
53. किस जगह रख दूँ मैं तेरी याद के चराग़ को, कि रोशन भी रहूँ और हथेली भी ना जले|
54. उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो, न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए|
55. थक गया है दिल ए वहशी मेरा फ़रियाद से भी, जी बहलता नहीं ऐ सनम तेरी याद से भी|
56. दिल को पिघलाता हुआ आँखों को गरमाता हुआ, फिर ख्याल ए यार आया आग बरसाता हुआ|
57. डर लगता है मुझे रात के उस पहर से भी, जब उतरती हैं दिल के आँगन में यादें तेरी|
58. तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा था, खबर तो रहती सफ़र तय कितना करना है|
59. आज यह कैसी उदासी छाई है, तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है, टूट के रोया है फिर मेरा दिल, जाने आज किसकी याद आई है|
60. वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे, दुनिया में हम खुश नसीब होंगे, दूर से जब इतना याद करते है आपको, क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे|
61. शायरी करना तो बस एक बहाना है, इरादा तो आपका एक लम्हा चुराना है, आप हमें याद करो या न करो, हमें तो आपके ख्यालों में आना है|
62. अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें, कुछ दर्द तो कलेजे से लगाने के लिए हैं| यह इल्म का सौदा, ये रिसाले, ये किताबें, इक शख्स की यादों को भुलाने के लिए है|
63. ज़िक्र उनका ही आता है मेरे फ़साने में, जिनको जान से ज्यादा चाहते थे हम किसी ज़माने में| तन्हाई में उनकी ही याद का सहारा मिला, जिनको नाकाम रहे हम भुलानें में|
64. तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम, बस यही एक वादा निभा पायेगें हम, मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन, तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम|
65. अब उदास होना भी अच्छा लगता है, किसी का पास न होना भी अच्छा लगता है, मैं दूर रह कर भी किसी की यादों में हूँ, ये एहसास होना भी अच्छा लगता है|
66. कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती है, प्यास बुझती नहीं बरसात गुजर जाती है, अपनी यादों से कहो कि यूँ न सताया करें, नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है|
67. कुछ लोग भूल के भी भुलाये नहीं जाते, ऐतबार इतना है कि आजमाये नहीं जाते, हो जाते हैं दिल में इस तरह शामिल कि, उनके ख्याल भी दिल से मिटाये नहीं जाते|
68. अब बुझा दो ये सिसकते हुए यादों के चिराग, इनसे कब हिज्र की रातों में उजाला होगा|
69. वो अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ इतने, किस किस को भूल गए अब उन्हें भी याद नहीं|
70. ढूढ़ोगे उजड़े रिश्तों में वफ़ा के खजाने, तुम मेरे बाद मेरी मोहब्बत को याद करोगे|
71. कद्र हर शै की हुआ करती है खो जाने पर, तुम उन्हें याद करोगे जो तुम्हें याद नहीं|
72. आती है ऐसे बिछड़े हुए दोस्तों की याद, जैसे चराग जलते हों रातों को गांव में|
73. मौसम की पहली बारिश का शौक तुम्हें होगा, हम तो रोज किसी की यादो मे भीगें रहते है|
74. बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी, हर कदम पर खोयी हुई एक याद मिल गयी|
75. खुल जाता है तेरी यादों का बाज़ार सरेआम, फिर मेरी रात इसी रौनक में गुज़र जाती है|
76. अब कर के फरामोश तो नाशाद करोगे, पर हम जो न होंगे तो बहुत याद करोगे|
77. तेरी बेरूखी का अंजाम एक दिन यही होगा, आखिर भुला ही देंगे तुझे याद करते करते|
78. खौफ से लेते नहीं नाम कि सुन न ले कोई, चुपके चुपके हम तुम्हें याद किया करते हैं|
79. मुद्दतें गुजरी और तेरी याद भी न आई, और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं|
80. कुछ धड़कता तो है सीने में मेरे रह रह कर, अब खुदा जाने तेरी याद है या दिल मेरा|
81. प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा, हमें भी एक शख्स बहुत याद आयेगा, जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे, आँखें नम हो जाएँगी दिल आंसू बहायेगा|
82. कस्तियाँ रह जाती हैं तूफान चले जाते हैं, याद रह जाती है इंसान चले जाते हैं, प्यार कम नहीं होता किसी के दूर जाने से, बस दर्द होता है उनकी याद आने से|
83. न वो आ सके न हम कभी जा सके, न दर्द दिल का किसी को सुना सके, बस बैठे हैं उनकी यादों में खोये हुए, न उन्होंने याद किया और न हम भुला सके|
84. यादों की कीमत वो क्या जाने, जो किसी को यूँ ही भुला देते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं|
85. भुला देने की आदत नहीं हमको, हम तो आज भी वो एहसास रखते हैं, बदले बदले तो आप हैं जनाब, जो सिवा हमारे सबको याद रखते हैं|
86. उनसे दूर जाने का इरादा तो न था, साथ साथ रहने का भी वादा तो न था, वो याद आयेगा ये जानते थे हम, पर इतना याद आयेगा अंदाज़ा तो न था|
87. वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही, फिर यूँ हुआ के दर्द में शिद्दत न रही, अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ वो इतना, कि हम को याद करने की फुर्सत न रही|
88. किसी कली ने भी देखा न आँख भर के मुझे, गुजर गई जरस ए गुल उदास करके मुझे, मैं सो रहा था किसी याद के शबिस्ताँ में, जगा के छोड़ गए काफिले सहर के मुझे|
89. कर रहा था ग़म ए जहाँ का हिसाब, आज तुम याद आये तो बेहिसाब आये|
90. क्यूँ करते हो मेरे दिल पर इतना सितम? याद करते नहीं, तो याद आते ही क्यूँ हो|
91. क़ज़ा समझकर हम रातों को जाग लेते हैं, ज़िक्र जिस दिन तुम्हारा छूट जाता है|
92. आ गयी तेरी याद दर्द का लश्कर लेकर, अब कहाँ जायें हम दिल ए मुजतर लेकर|
93. हसरत नहीं, अरमान नहीं, आस नहीं है, यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है|
94. जाते जाते आप इतना काम कर देना मेरा, याद का सारा सर ओ सामाँ जलाते जाइए|
95. बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी, हर मोड़ पर खोयी हुई एक याद मिली है|
96. नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से, मैंने आने न दिया उसको तेरी याद से पहले|
97. दुनिया भर की यादें हम से मिलने आती हैं, शाम ढलते ही मेरे घर में मेला लगता है|
98. तुम्हें सोचा तो हर सोच से खुशबू आई, तुम्हें लिखा तो हर अल्फ़ाज महकता पाया|
99. जिन की यादों से रोशन हैं मेरी आँखें, दिल कहता है उन को भी मैं याद आता हूँ|
100. आज रात भी मुमकिन है न सो पाऊं मैं, याद फिर आये हैं नींदों को उड़ाने वाले|
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Yaad Shayari in Hindi 2022
2. उसकी यादों से भरी है मेरे दिल की तिजोरी| कोई कोहिनूर भी दे तो भी मैं सौदा ना करूँ|
3. तुम याद नही करते, हम तुम्हे भुला नही सकते, तुम्हारा और हमारा रिश्ता इतना खूबसूरत है|
4. तेरी यादो की नौकरी में गजल की पगार मिलती हैं, खर्च हो जाते हैं झूठे वादे वफ़ा कहाँ उधार मिलती हैं|
5. कभी कभी के तस्सवुर से ये दिल नहीं भरता, मेरे ख्यालों में आओ तो बार बार आया करो|
6. यूं ही गुज़र जाते हैं मीठे लम्हे मुसाफिरों की तरह, और यादें वहीं खडी रह जाती हैं रूके रास्तों की तरह|
7. माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही, पर ये सच है के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही, उस के दिल मे, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन, मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही|
8. यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए, कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए, रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं, बस दिलों मे प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए|
9. तुम्हारी याद के साए मेरे दिल के अँधेरे में, बहुत तकलीफ देते हैं मुझे जीने नहीं देते, अकेली राह में हमराह कोई मिल तो जाता है, मगर कुछ दर्द हैं जो दिल बहलने नहीं देते|
10. ज़िंदगी तेरे बिना अब कटती नहीं है, तेरी याद मेरे दिल से मिटती नही, तुम बसे हो मेरी निगाहो में, आँखो से तेरी सूरत हटती नही|
11. जब रात को आपकी याद आती है, सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है, खोजती है निग़ाहें उस चेहरे को, याद में जिसकी सुबह हो जाती है|
12. कुछ खूबसूरत पलों की महक सी हैं तेरी यादें, सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं|
13. अहसास मिटा,तलाश मिटी, मिट गई उम्मीदें भी, सब मिट गया पर जो न मिट सका वो है यादें तेरी|
14. लबों पर लफ्ज़ भी अब तेरी तलब लेकर आते हैं, तेरे जिक्र से महकते हैं तेरे सजदे में बिखर जाते हैं|
15. मजबूर नहीं करेंगे तुझे वादे निभानें के लिए, बस एक बार आ जा, अपनी यादें वापस ले जाने के लिए|
16. तुझे भुलाने की कोशिश तो बहुत की ऐ सनम, तेरी यादें गुलाब की साख हैं जो रोज महकती हैं|
17. याद रखते हैं हम आज भी उन्हें पहले की तरह, कौन कहता है फासले मोहब्बत की याद मिटा देते हैं|
18. कभी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं, मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं|
19. सूकून का एक लम्हा भी मयस्सर नहीं मुझको, मोहब्बत को सुलाता हूँ तो तेरी यादें जाग जाती है|
20. हम तस्लीम करते हैं हमें फुर्सत नहीं मिलती, मगर जब याद करते हैं ज़माना भूल जाते हैं|
21. बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठे, आ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया|
22. तरीका मेरे क़त्ल का तुम एक ये भी इजाद करो, मर जाऊँ मैं हिचकियों से मुझे इतना याद करो|
23. मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी, तुम्हारी याद आई और मौसम सुहाना हो गया|
24. तेरे ग़म में भी नायाब खजाना ढूँढ़ लेते हैं, हम तुझे याद करने का बहाना ढूँढ़ लेते हैं|
25. याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी, आईने को देखिये हमसे बात हो जायेगी, शिकवा न करिए हमसे मिलने का, आँखे बंद कीजिये मुलाकात हो जायेगी|
26. जब रात को आपकी याद आती है, सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है, खोजती है निगाहें उस चेहरे को, याद में जिसकी सुबह हो जाती है|
27. किसने कह दिया आपकी याद नहीं आती, बिना याद किये कोई रात नहीं जाती, वक्त बदल जाता है, आदत नहीं जाती, आप खास हो ये बात कही नहीं जाती|
28. आपकी धड़कन से ही है रिश्ता हमारा, आपकी साँसों से ही है नाता हमारा, भूल कर भी कभी भूल न जाना हमें, आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा|
29. इतना न याद आओ कि खुद को तुम समझ बैठूं, मुझे अहसास रहने दो मेरी अपनी भी हस्ती है|
30. तुझे याद करना न करना अब मेरे बस में कहाँ, दिल को आदत है हर धड़कन पे तेरा नाम लेने की|
31. बहुत जी चाहता है क़ैद ए जाँ से हम निकल जायें , तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है|
32. भुला दिया है मुझे ज़ालिम ने आदतन भी मगर, वो बात कि जिससे याद आऊँ मुझ में थी भी नहीं|
33. तबियत अपनी घबराती है सुनसान रातों में, हम ऐसे में तेरी यादों की चादर तान लेते हैं|
34. उसे यकीन था खुद पे कि भूल जायेगा मुझे, हमें भी दिल पे भरोसा था और याद रक्खे हैं|
35. जिससे चाहा था बिखरने से बचा ले मुझको, कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को, मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है, फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको|
36. बदली सावन की कोई जब भी बरसती होगी, दिल ही दिल में वह मुझे याद तो करती होगी, ठीक से सो न सकी होगी कभी ख्यालों से मेरे, करवटें रात भर बिस्तर पे बदलती होगी|
37. यादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती है, आँखों को सुलाने में कुछ देर तो लगती है, किसी शख्स को भुला देना इतना आसान नहीं, दिल को समझाने में कुछ देर तो लगती है|
38. खुशबू की तरह आया वो तेज हवाओं में, माँगा था जिसे हमने दिन रात दुआओं में, तुम छत पे नहीं आये मैं घर से नहीं निकला, ये चाँद बहुत भटका सावन की घटाओं में|
39. तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं, गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं, हम इर्द गिर्द के मौसम से जब भी घबराये, तेरे ख्याल की छांव में बैठ जाते हैं|
40. चाँद के बिना अँधेरी रात रह जाती है, साथ एक हसीन सी मुलाकात रह जाती है, सच है कि जिंदगी कभी रूकती नहीं, वक़्त निकल जाता है और याद रह जाती है|
41. कुछ कर अब मेरा भी इलाज ऐ हकीम ए मुहब्बत, हर रात वो याद आता है और मुझसे सोया नहीं जाता|
42. नया कुछ भी नहीं हमदम वही आलम पुराना है, तुम्हें भुलाने की कोशिश है तुम्हीं को याद आना है|
43. तड़प रहीं हैं मेरी साँसें तुझे महसूस करने को, खुशबू बनके बिखर जाओ तो कुछ बात बने|
44. बहुत मुश्किल से करते हैं तेरी यादों का कारोबार, मुनाफा कम ही सही मगर गुजारा हो ही जाता है|
45. हिचकियाँ दिलाकर हमारी उल्फत क्यूँ बढ़ा रहे हो, बस इतना बता दो याद कर रहे हो या याद आ रहे हो|
46. नहीं फुर्सत यकीं मानो हमें कुछ और करने की, तेरी यादें, तेरी बातें बहुत मसरूफ़ रखती हैं|
47. अगर आँसू बहा लेने से यादें बह जाती, तो एक ही दिन में हम तेरी याद मिटा देते|
48. याद आते हैं तो कुछ भी नहीं करने देते , आप की यही बात बहुत बुरी लगती है|
49. भूल जाना उसे मुश्किल तो नहीं है लेकिन, काम आसान भी हमसे कहाँ होते हैं|
50. कहीं ये अपनी मोहब्बत की इंतहा तो नहीं, बहुत दिनों से तेरी याद भी नहीं आई|
51. कभी यूँ भी हो कि बाज़ी पलट जाए सारी, उसे याद सताए मेरी और मैं सुकून से सो जाऊं|
52. जिसको तुम भूल गए याद करे कौन उसे, जिसे तुम याद हो वो याद किसको करे|
53. किस जगह रख दूँ मैं तेरी याद के चराग़ को, कि रोशन भी रहूँ और हथेली भी ना जले|
54. उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो, न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए|
55. थक गया है दिल ए वहशी मेरा फ़रियाद से भी, जी बहलता नहीं ऐ सनम तेरी याद से भी|
56. दिल को पिघलाता हुआ आँखों को गरमाता हुआ, फिर ख्याल ए यार आया आग बरसाता हुआ|
57. डर लगता है मुझे रात के उस पहर से भी, जब उतरती हैं दिल के आँगन में यादें तेरी|
58. तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा था, खबर तो रहती सफ़र तय कितना करना है|
59. आज यह कैसी उदासी छाई है, तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है, टूट के रोया है फिर मेरा दिल, जाने आज किसकी याद आई है|
60. वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे, दुनिया में हम खुश नसीब होंगे, दूर से जब इतना याद करते है आपको, क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे|
61. शायरी करना तो बस एक बहाना है, इरादा तो आपका एक लम्हा चुराना है, आप हमें याद करो या न करो, हमें तो आपके ख्यालों में आना है|
62. अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें, कुछ दर्द तो कलेजे से लगाने के लिए हैं| यह इल्म का सौदा, ये रिसाले, ये किताबें, इक शख्स की यादों को भुलाने के लिए है|
63. ज़िक्र उनका ही आता है मेरे फ़साने में, जिनको जान से ज्यादा चाहते थे हम किसी ज़माने में| तन्हाई में उनकी ही याद का सहारा मिला, जिनको नाकाम रहे हम भुलानें में|
64. तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम, बस यही एक वादा निभा पायेगें हम, मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन, तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम|
65. अब उदास होना भी अच्छा लगता है, किसी का पास न होना भी अच्छा लगता है, मैं दूर रह कर भी किसी की यादों में हूँ, ये एहसास होना भी अच्छा लगता है|
66. कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती है, प्यास बुझती नहीं बरसात गुजर जाती है, अपनी यादों से कहो कि यूँ न सताया करें, नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है|
67. कुछ लोग भूल के भी भुलाये नहीं जाते, ऐतबार इतना है कि आजमाये नहीं जाते, हो जाते हैं दिल में इस तरह शामिल कि, उनके ख्याल भी दिल से मिटाये नहीं जाते|
68. अब बुझा दो ये सिसकते हुए यादों के चिराग, इनसे कब हिज्र की रातों में उजाला होगा|
69. वो अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ इतने, किस किस को भूल गए अब उन्हें भी याद नहीं|
70. ढूढ़ोगे उजड़े रिश्तों में वफ़ा के खजाने, तुम मेरे बाद मेरी मोहब्बत को याद करोगे|
71. कद्र हर शै की हुआ करती है खो जाने पर, तुम उन्हें याद करोगे जो तुम्हें याद नहीं|
72. आती है ऐसे बिछड़े हुए दोस्तों की याद, जैसे चराग जलते हों रातों को गांव में|
73. मौसम की पहली बारिश का शौक तुम्हें होगा, हम तो रोज किसी की यादो मे भीगें रहते है|
74. बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी, हर कदम पर खोयी हुई एक याद मिल गयी|
75. खुल जाता है तेरी यादों का बाज़ार सरेआम, फिर मेरी रात इसी रौनक में गुज़र जाती है|
76. अब कर के फरामोश तो नाशाद करोगे, पर हम जो न होंगे तो बहुत याद करोगे|
77. तेरी बेरूखी का अंजाम एक दिन यही होगा, आखिर भुला ही देंगे तुझे याद करते करते|
78. खौफ से लेते नहीं नाम कि सुन न ले कोई, चुपके चुपके हम तुम्हें याद किया करते हैं|
79. मुद्दतें गुजरी और तेरी याद भी न आई, और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं|
80. कुछ धड़कता तो है सीने में मेरे रह रह कर, अब खुदा जाने तेरी याद है या दिल मेरा|
81. प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा, हमें भी एक शख्स बहुत याद आयेगा, जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे, आँखें नम हो जाएँगी दिल आंसू बहायेगा|
82. कस्तियाँ रह जाती हैं तूफान चले जाते हैं, याद रह जाती है इंसान चले जाते हैं, प्यार कम नहीं होता किसी के दूर जाने से, बस दर्द होता है उनकी याद आने से|
83. न वो आ सके न हम कभी जा सके, न दर्द दिल का किसी को सुना सके, बस बैठे हैं उनकी यादों में खोये हुए, न उन्होंने याद किया और न हम भुला सके|
84. यादों की कीमत वो क्या जाने, जो किसी को यूँ ही भुला देते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं|
85. भुला देने की आदत नहीं हमको, हम तो आज भी वो एहसास रखते हैं, बदले बदले तो आप हैं जनाब, जो सिवा हमारे सबको याद रखते हैं|
86. उनसे दूर जाने का इरादा तो न था, साथ साथ रहने का भी वादा तो न था, वो याद आयेगा ये जानते थे हम, पर इतना याद आयेगा अंदाज़ा तो न था|
87. वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही, फिर यूँ हुआ के दर्द में शिद्दत न रही, अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ वो इतना, कि हम को याद करने की फुर्सत न रही|
88. किसी कली ने भी देखा न आँख भर के मुझे, गुजर गई जरस ए गुल उदास करके मुझे, मैं सो रहा था किसी याद के शबिस्ताँ में, जगा के छोड़ गए काफिले सहर के मुझे|
89. कर रहा था ग़म ए जहाँ का हिसाब, आज तुम याद आये तो बेहिसाब आये|
90. क्यूँ करते हो मेरे दिल पर इतना सितम? याद करते नहीं, तो याद आते ही क्यूँ हो|
91. क़ज़ा समझकर हम रातों को जाग लेते हैं, ज़िक्र जिस दिन तुम्हारा छूट जाता है|
92. आ गयी तेरी याद दर्द का लश्कर लेकर, अब कहाँ जायें हम दिल ए मुजतर लेकर|
93. हसरत नहीं, अरमान नहीं, आस नहीं है, यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है|
94. जाते जाते आप इतना काम कर देना मेरा, याद का सारा सर ओ सामाँ जलाते जाइए|
95. बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी, हर मोड़ पर खोयी हुई एक याद मिली है|
96. नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से, मैंने आने न दिया उसको तेरी याद से पहले|
97. दुनिया भर की यादें हम से मिलने आती हैं, शाम ढलते ही मेरे घर में मेला लगता है|
98. तुम्हें सोचा तो हर सोच से खुशबू आई, तुम्हें लिखा तो हर अल्फ़ाज महकता पाया|
99. जिन की यादों से रोशन हैं मेरी आँखें, दिल कहता है उन को भी मैं याद आता हूँ|
100. आज रात भी मुमकिन है न सो पाऊं मैं, याद फिर आये हैं नींदों को उड़ाने वाले|
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