Sharab Shayari in Hindi 2022: Here is the list of top Sharab Shayari in Hindi 2022. We have an updated list of status for you.
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Sharab Shayari in Hindi 2022
1. मतपूछउसकेमैखानेकापताऐसाकी,
उसकेशहरकातोपानीभीनशादेताहै.
2. मिलावटहैतेरेइश्कमें
इत्रऔरशराबकी,
कभीहममहकजातेहैं
कभीहमबहकजातेहैं
3. आएथेहँसतेखेलतेमय-ख़ानेमें 'फ़िराक़'
जबपीचुकेशराबतोसंजीदाहोगए!
4. तुम्हारीआँखोंकीतौहीनहै, ज़रासोचो
तुम्हाराचाहनेवालाशराबपीताहै.
5. मुझतककबउनकीबज़्ममेंआताथादौर-ए-जाम
साक़ीनेकुछमिलानदियाहोशराबमें.
6. हमतोसमझेथेकेबरसातमेंबरसेगीशराब
आईबरसाततोबरसातनेदिलतोड़दिया.
7. उनकीआंखेंयहकहतीरहतीहैं
लोगनाहकशराबपीतेहैं.
8. तुम्हेंजोसोचेंतोहोताहैकैफ़-सातारी,
तुम्हाराज़िक्रभीजामे-शराबजैसाहै.
9. रहगईजाममेंअंगड़ायाँलेकेशराब,
हमसेमाँगीनगईउनसेपिलाईनगई
10. टूटेतेरीनिगाहसेअगरदिलहबाबका
पानीभीफिरपिएंतोमज़ादेशराबका.
11. निगाह-ए-साक़ीसेपैहमछलकरहीहैशराब,
पिओकीपीने-पिलानेकीरातआईहै.
12. उन्हींकेहिस्सेमेंआतीहैयेप्यासअक्सर,
जोदूसरोंकोपिलाकरशराबपीतेहैं.
13. शराबपीनेसेकाफ़िरहुआमैंक्यूं,
क्याडेढ़चुल्लूपानीमेंईमानबहगया.
14. बसएकइतनीवजहहैमेरेनपीनेकी
शराबहैवहीसाक़ीमगरगिलासनहीं.
15. आजइतनीपिलासाकीकेमैकदाडुबजाए
तैरतीफिरेशराबमेंकश्तीफकीरकी.
16. एसीशराबपीहैकिइकदिनमेरानिशां
मस्जिदमेंखानकाहमेंढूँढाकरेंगेलोग.
17. तेरीनिगाहथीसाक़ीकिमैकदाथाकोई
मैंकिसफ़िराकमेंशर्मिंदा-ए-शराबहुआ.
18. तबसराकररहेहैंदुनियापर
चदंबच्चेशराबखानेमें!
19. मीरइननीमबाजआखोंमें
सारीमस्तीशराबकीसीहै.
20. तुम्हारीनीमनिगाहीमेंनजानेक्याथा
शराबसामनेआयीतोफैंकदीमैंने.
21. मेरेइत्तक़ाकाबाइस, तुहैमेरीनातवानी
जोमेंतौबातोड़सकता, तोशराबख़ारहोता
अमीरमीनाई!
22. दारुचढकेउतरजातीहै
पैसाचढजायेतोउतरतानही
आपअपनेनशेमेंजीतेहै
हमजरासीशराबपीतेहै..
गुलज़ार
23. शोखियोंमेंघोलाजायेफूलोंकाशबाब
उसमेंफिरमिलाईजायेथोड़ीसीशराब
होगायूँनशाजोतैयारवोप्यारहैं
24. बेपिएहीशराबसेनफ़रत
येजहालतनहीतोऔरक्याहै?
साहिरलुधियानवी
25. ग़ालिबछुटीशराबपरअबभीकभी-कभी
पीताहूँरोज़अब्रशबे-महताबमें
26. कभीमौक़ालगे, कड़वेदोघूँटचखलेना
ज़रातेरेलियेशराबछोड़आएहैं.
27. गज़लेंअबतकशराबपीतीथीं
नीमकारसपिलारहेहैंहम.
28. उसशख्सपरशराबकापीनाहरामहै,
जोरहकेमैक़देमेंभीइन्सांनहोसका.
29. ज़ाहिदशराबपीनेसे ,क़ाफ़िरहुआमैंक्यों,
क्याडेढ़चुल्लूपानीमें ,ईमानबहगया?
30. आयेकुछअब्रकुछशराबआये,
उसकेबादआयेतोअज़ाबआये,
बाम-इ-मिन्हासेमहताबउतरे,
दस्त-ए-साक़ीमेंआफ़ताबआये..
31. आमालमुझेअपनेउसवक़्तनज़रआए
जिसवक़्तमेराबेटाघरपीकेशराबआया.
32. ख़ुदअपनीमस्तीहैजिसनेमचाईहैहलचल
नशाशराबमेंहोतातोनाचतीबोतल.
33. शराबकेभीअनेकरंगहैंसाक़ी,
कोईपीताहैआबादहोकर,
तोकोईपीताहैबर्बादहोकर
34. झूठकहतेहैंलोगकि,
शराबग़मोंकोहल्काकरदेतीहै,
मैंनेअक्सरदेखाहैलोगोंको
नशेमेंरोतेहुए
35. प्यारसेभीगहराहैंशराबकानशा
इसेदर्दमेंपीनेपरहीहैं,
असलीमज़ा
36. लोगजिंदगीमेंआयेऔरचलेगए
लेकिनशराबनेकभीधोखानहींदिया.
37. एकघूँटशराबकीजोमैंनेलबोंसेलगायी,
तोआयासमझकिइससेभीकड़वीहैतेरीसच्चाई
38. यूँतौहीननकिजिये
शराबकोकड़वाकहकर,
जनाबयेज़िन्दगीकेतजुर्बे
शराबसेभीकड़वेहोतेहैं.
39. सोचथाकुछऔर, लेकिनहुआकुछऔर
इसीलिएयेभुलानेकेलिएचलेगएशराबकीओर
40. हरजामपीगयामैं, ऐदर्दे-जिंदगानी,
फिरभीबड़ातरसाहूं, कुछऔरशराबदेदो.
41. अबक्याबताऊँतुझकोकि,
तेरेजानेकेबादइसदिलपरक्या-क्याबीतीहै,
अबतोहमशराबकोऔरशराबहमकोपीतीहै!
42. प्यारऔरशराबमेंछोटासाफर्कहैं
लेकिनयेफर्कबहुतबड़ाहैं
प्यारदर्ददेताहैं
शराबदर्दभुलादेताहैं.
43. मदहोशहमहरदमरहाकरतेहैं,
औरइल्ज़ामशराबकोदियाकरतेहैं,
कसूरशराबकानहींउनकाहैयारों,
जिनकाचेहराहमहरजाममें
तलाशकियाकरतेहैं..
44. तेरीआँखोंकेयेजोप्यालेहैं,
मेरीअंधेरीरातोंकेउजालेहैं,
पीताहूँजामपरजामतेरेनामका,
हमतोशराबीबे-शराबवालेहैं.
45. पूराअबमेरायेख़्वाबहोजाये,
लिखदूउनकेदिलपेकिताबहोजाये,
नामयकदेकीजरूरतहोनामयखानेकी,
अगरनज़रसेपिलादोशराबहोजाये..
46. इश्क़-ऐ-बेवफ़ाईनेडालदीहैआदतबुरी,
मैंभीशरीफहुआकरताथाइसज़मानेमें,
पहलेदिनशुरूकरताथामस्जिदमेंनमाज़से,
अबढलतीहैशामशराबकेसाथमैखानेमें..
47. पीकेरातकोहमउनकोभुलानेलगे,
शराबमेंगमकोमिलानेलगे,
दारूभीबेवफानिकलीयारों,
नशेमेंतोवोऔरभीयादआनेलगे..
48. पीहैशराबहरगलीहरदुकानसे,
एकदोस्तीसीहोगईहैशराबकेजामसे,
गुज़रेहैंहमइश्क़मेंकुछऐसेमुकामसे,
कीनफ़रतसीहोगईहैमुहब्बतकेनामसे.
49. शायरीवोनहीलिखतेहैं,
जोशराबसेनशाकरतेहैं
शायरीतोवोलिखतेहैं,
जोयादोंसेनशाकरतेहैं..
50. बैठेहैंदिलमेंयेअरमांजगाये,
केवोआजनजरोंसेअपनीपिलाये,
मजातोतबहीआयेपीनेकायारो,
शराबहमपियेंऔरनशाउनकोहोजाए..
51. मैंतोड़लेताअगरतूगुलाबहोती,
मैंजवाबबनताअगरतूसवालहोती,
सबजानतेहैमैंनशानहीकरता,
मगरमैंभीपीलेताअगरतूशराबहोती.
52. पूराअबमेरायेख़्वाबहोजाये,
लिखदूउनकेदिलपेकिताबहोजाये
नामयकदेकीजरूरतहोनामयखानेकी,
अगरनज़रसेपिलादोशराबहोजाये..
53. हरकिसीबातकाजवाबनहींहोता
हरजामइश्कमेंख़राबनहींहोता
यूँतोझूमलेतेहैनशेमेंरहनेवाले
मगरहरनशेकानामशराबनहींहोता..
54. जामपेजामपीनेसेक्याफायदादोस्तों,
रातकोपीहुयीशराबसुबहउतरजाएगी,
अरेपीनाहैतोदोबूंदबेवफाकेपीकेदेख
सारीउमरनशेमेंगुज़रजाएगी ..
55. गमइसकदरमिलाकीघबराकेपीगये,
खुशीथोड़ीसीमिलीतोमिलाकेपीगये,
यूँतोनाथीजनमसेपीनेकीआदत,
शराबकोतन्हादेखातोतरसखाकेपीगये..
56. नशामोहब्बतकाहोयाशराबका
होशदोनोंमेंखोजातेहै.
फर्कसिर्फइतनाहैकीशराबसुलादेतीहै
औरमोहब्बतरुलादेतीहै1
57. जाममेंअफ़सानेढूंढतेहैंहमलोग,
लम्होंमेंज़मानेढूंढतेहैंहमलोग,
तुज़हरदेदेशराबकहकरसनम,
अबतोमरनेकेबहानेढूंढतेहैंहमलोग..
58. कुछचेहरेलाजवाबलगतेहैं,
मोहब्बतकेलम्हेंशराबलगतेहैं,
दर्दइतनेसहेमोहब्बतमेंमैंने,
किअबहोशकेपलखराबलगतेहैं.
59. नाकभीपीतेथेनाकभीपिलातेथे,
हमतोबसउनकीनज़रोंसेनज़रमिलातेथे,
नाजानेकैसेहमउनसेआँखेंमिलाबैठे,
जोसिर्फअपनीनिगाहोंसेपिलातेथे
60. राज़-ए-तख़लीक-ए-ग़ज़लहमकोहैमालूम ‘नसीम’
जामहोमयहोसनमहोतोग़ज़लहोतीहै
~नसीमशाहजहाँपुरी
61. ग़म-ए-इश्क़मेंमज़ाथाजोउसेसमझकेखाते,
येवोज़हरहैकिआख़िरमय-ए-ख़ुश-गवारहोता !! – दाग़देहलवी
62. वोसहन-ए-बाग़मेंआएहैंमय-कशीकेलिए
खुदाकरेकेहरइकफूलजामहोजाए
~नरेशकुमार ‘शाद’
63. तुम्हारीनीमनिगाहीमेंनजानेक्याथा
शराबसामनेआयीतोफैंकदीमैंने
64. मीरइननीमबाजआखोंमें
सारीमस्तीशराबकीसीहै।
65. पड़ाहैअक्सजोरूख़्सार-ए-शोला-ए-मयका
तोआईनेतेरीयादोंकेजगमगाएहैं
~ख़ुर्शीदअहमदज़ामी
66. मेरेइत्तक़ाकाबाइस, तुहैमेरीनातवानी
जोमेंतौबातोड़सकता, तोशराबख़ारहोता
~अमीरमीनाई
67. तेरीनिगाहथीसाक़ीकिमैकदाथाकोई
मैंकिसफ़िराकमेंशर्मिंदा-ए-शराबहुआ!!
68. ज़बानकहनेसेरुकजाएवहीदिलकाहैअफ़साना,
नापूछोमय-कशोंसेक्योंछलकजाताहैपैमाना !!
69. ग़ालिबछुटीशराबपरअबभीकभीकभी
पीताहूँरोज़-ए-अब्र-ओ-शब-ए-माहताबमें
~ग़ालिब
70. अगलेवक्तोंहैंयेलोगइन्हेंकुछनकहो
जोमयवोनगमेंकोअनदोहेरूबाकहतेहैं।~Ghalib
71. देनावोउसकासागरवमययादहैनिजाम
मुहफेरकरउधरकोइधरकोबढाकेहाथ।
72. पियूँशराबअगरख़ुमभीदेखलूँदोचार
येशीशा-ओ-क़दह-ओ-कूज़ा-ओ-सुबूक्याहै~ग़ालिब
73. होकरख़राब-ए-मयतेरेग़मतोभुलादिये
लेकिनग़म-ए-हयातकादरमाँनकरसके~साहिर
74. रूहकिसमस्तकीप्यासीगयीमयखानेसे
मयउड़ीजातीहैसाक़ीतेरेपैमानेसे
75. आजइतनीपिलासाकीकेमैकदाडुबजाए
तैरतीफिरेशराबमेंकश्तीफकीरकी
नशा-ए-मयसेकभीप्यासबुझीहैदिलकी,
तश्नगीऔरबढ़ालाएखराबातसेहम !!
76. आयेकुछअब्रकुछशराबआये,
उसकेबादआयेतोअज़ाबआये,
बाम-इ-मिन्हासेमहताबउतरे,
दस्त-ए-साक़ीमेंआफ़ताबआये।
77. पीनेसेकाफ़िरहुआमैंक्यूं,
क्याडेढ़चुल्लूपानीमेंईमानबहगया !!
78. ज़बानकहनेसेरुकजाएवहीदिलकाहैअफ़साना,
नापूछोमय-कशोंसेक्योंछलकजाताहैपैमाना !!
79. मय-ख़ाना-ए-हस्तीमेंमय-कशवहीमय-कशहै,
सँभलेतोबहकजाएबहकेतोसँभलजाए !!
80. अबतोज़ाहिदभीयेकहताहैबड़ीचूकहुई,
जाममेंथीमय-ए-कौसरमुझेमालूमनथा !!
81. पहलेसागरसेतोछलकेमय-ए-गुलफामकारंग,
सुबहकेरंगमेंढलजाएगाखुदशामकारंग !!
82. टूटेहुएपैमानेबेकारसहीलेकिन,
मय-ख़ानेसेऐसाक़ीबाहरतोनफेंकाकर !
83. मय-ख़ानासलामतहैतोहमसुर्ख़ी-मयसे,
तज़ईन-ए-दर-ओ-बाम-ए-हरमकरतेरहेंगे !!
84. कौनहैजिसनेमयनहीचक्खी
कौनझूठीक़समउठाताहै,
मयकदेसेजोबचनिकलताहै
तेरीआँखोंमेंडूबजाताहै !!
85. क्योंमय-कदयमेंबैठकरबनतेहोपारसा,
नज़रेंबतारहींहेंकेनीयतख़राबहै !! -अमीरमिनाई
86. मयमेंवहबातकहांजोतेरेदीदारमेंहै,
जोगिराफिरनउसेकभीसंभलतेदेखा।
~मीर_तकी_मीर
87. उनकाभीकभीहमदीदारकरतेथे,
उनसेभीकभीहमप्यारकरतेथे,
क्याकरेजोउनकोहमारीजरुरतनथी
परफिरभीहमउनकाइंतज़ारकरतेथे।
88. अश्कआँखोंसेदिलसेबद्दुआनिकली,
सितमकियायादजबकभीसितमगरका।
89. वोएकबातबहुततल्ख़कहीथीउसने,
बाततोयादनहींयादहैलहज़ाउसका।
90. तुमलौटआनेकातकल्लुफमतकरना,
हमएकमोहब्बतकोदोबारनहींकरते।
91. तेरेजानेकेबादकोईभीतुझसानहींमिला,
सोचाकरूँमैंएकदिनखुदसेहीगुफ्तगू,
लेकिनकभीमैंखुदकोतन्हानहींमिला।
92. मुमकिनअगरहोसकेतोवापसकरदो,
बिनादिलकेअबहमारादिलनहींलगता।
93. मिलनाइत्तेफाकथाबिछड़नानसीबथा,
वोउतनाहीदूरचलागयाजितनाकरीबथा,
हमउसकोदेखनेकेलिएतरसतेरहे,
जिसशख्सकीहथेलीपेहमारानसीबथा।
94. आँखोमेआँसू, चेहरेपरहँसीहै,
सांसोमेआहें, दिलमेबेबसीहै,
हलेक्यूँनहीबतायाकी,
दरवाजेमेंउंगलीफाँसीहै
95. अजबसीहालतहैतेरेजानेकेबाद,
मुझेभूखलगतीनहींखानाखानेकेबाद,
मेरेपासदोहीसमोसेथेजोमैनेखालिए,
एकतेरेआनेसेपहलेएकतेरेजानेकेबाद
96. Ishq-a-bewafai ne daal di hai aadat
buri,
Main bhi sharif hua karta tha is zamane
mein,
Pehle din shuru karta tha masjid mein
namaaz se,
Ab dhalti hai shaam sharab ke sath mehkhane
mein.
97. Pee ke raat ko hum unko bhulane lage,
Sharab mein gham ko milane lage,
Daru bhi bewafa nikali yaron,
Nashe mein to woh aur bhi yaad aane lage.
98. Pee hai sharab har gali har dukan se,
Ek dosti si ho gai hai sharab ke jaam se,
Guzre hain hum ishq mein kuchh aise mukam
se,
Ke nafrat si ho gai hai mohabbat ke naam
se.
99. इतनीपीताहूँकिमदहोशरहताहूँ,
सबकुछसमझताहूँपरखामोशरहताहूँ,
जोलोगकरतेहैंमुझेगिरानेकीकोशिश,
मैंअक्सरउन्हीकेसाथरहताहूँ।
100. Teri aankhon ke ye jo pyale hain,
Meri andheri raaton ke ujale hain,
Peeta hoon jaam par jaam tere naam ka,
Hum to sharabi be-sharab wale hain..!!
101.
मत पूछ उसके मैखाने का पता ऐ साकी,
उसके शहर का तो पानी भी नशा देता है.
102.
मिलावट है तेरे इश्क में
इत्र और शराब की,
कभी हम महक जाते हैं
कभी हम बहक जाते हैं
103.
आए थे हँसते खेलते मय-ख़ाने में 'फ़िराक़'
जब पी चुके शराब तो संजीदा हो गए
104.
तुम्हारी आँखों की तौहीन है, ज़रा सोचो
तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है.
105.
मुझ तक कब उनकी बज़्म में आता था दौर-ए-जाम
साक़ी ने कुछ मिला न दिया हो शराब में.
106.
हम तो समझे थे के बरसात में बरसेगी शराब
आई बरसात तो बरसात ने दिल तोड़ दिया.
107.
उनकी आंखें यह कहती रहती हैं
लोग नाहक शराब पीते हैं.
108.
तुम्हें जो सोचें तो होता है कैफ़-सा तारी,
तुम्हारा ज़िक्र भी जामे-शराब जैसा है.
109.
रह गई जाम में अंगड़ायाँ लेके शराब,
हम से माँगी न गई उन से पिलाई न गई
110.
टूटे तेरी निगाह से अगर दिल हबाब का
पानी भी फिर पिएं तो मज़ा दे शराब का.
111.
निगाह-ए-साक़ी से पैहम छलक रही है शराब,
पिओ की पीने-पिलाने की रात आई है.
112.
उन्हीं के हिस्से में आती है ये प्यास अक्सर,
जो दूसरों को पिलाकर शराब पीते हैं.
113.
शराब पीने से काफ़िर हुआ मैं क्यूं,
क्या डेढ़ चुल्लू पानी में ईमान बह गया.
114.
बस एक इतनी वजह है मेरे न पीने की
शराब है वही साक़ी मगर गिलास नहीं.
115.
आज इतनी पिला साकी के मैकदा डुब जाए
तैरती फिरे शराब में कश्ती फकीर की.
116.
एसी शराब पी है कि इक दिन मेरा निशां
मस्जिद में खानकाह में ढूँढा करेंगे लोग.
117.
तेरी निगाह थी साक़ी कि मैकदा था कोई
मैं किस फ़िराक में शर्मिंदा-ए-शराब हुआ.
118.
तबसरा कर रहे हैं दुनिया पर
चदं बच्चे शराब खाने में
119.
मीर इन नीम बाज आखों में
सारी मस्ती शराब की सी है.
120.
तुम्हारी नीम निगाही में न जाने क्या था
शराब सामने आयी तो फैंक दी मैंने.
मत पूछ उसके मैखाने का पता ऐ साकी,
उसके शहर का तो पानी भी नशा देता है.
102.
मिलावट है तेरे इश्क में
इत्र और शराब की,
कभी हम महक जाते हैं
कभी हम बहक जाते हैं
103.
आए थे हँसते खेलते मय-ख़ाने में 'फ़िराक़'
जब पी चुके शराब तो संजीदा हो गए
104.
तुम्हारी आँखों की तौहीन है, ज़रा सोचो
तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है.
105.
मुझ तक कब उनकी बज़्म में आता था दौर-ए-जाम
साक़ी ने कुछ मिला न दिया हो शराब में.
106.
हम तो समझे थे के बरसात में बरसेगी शराब
आई बरसात तो बरसात ने दिल तोड़ दिया.
107.
उनकी आंखें यह कहती रहती हैं
लोग नाहक शराब पीते हैं.
108.
तुम्हें जो सोचें तो होता है कैफ़-सा तारी,
तुम्हारा ज़िक्र भी जामे-शराब जैसा है.
109.
रह गई जाम में अंगड़ायाँ लेके शराब,
हम से माँगी न गई उन से पिलाई न गई
110.
टूटे तेरी निगाह से अगर दिल हबाब का
पानी भी फिर पिएं तो मज़ा दे शराब का.
111.
निगाह-ए-साक़ी से पैहम छलक रही है शराब,
पिओ की पीने-पिलाने की रात आई है.
112.
उन्हीं के हिस्से में आती है ये प्यास अक्सर,
जो दूसरों को पिलाकर शराब पीते हैं.
113.
शराब पीने से काफ़िर हुआ मैं क्यूं,
क्या डेढ़ चुल्लू पानी में ईमान बह गया.
114.
बस एक इतनी वजह है मेरे न पीने की
शराब है वही साक़ी मगर गिलास नहीं.
115.
आज इतनी पिला साकी के मैकदा डुब जाए
तैरती फिरे शराब में कश्ती फकीर की.
116.
एसी शराब पी है कि इक दिन मेरा निशां
मस्जिद में खानकाह में ढूँढा करेंगे लोग.
117.
तेरी निगाह थी साक़ी कि मैकदा था कोई
मैं किस फ़िराक में शर्मिंदा-ए-शराब हुआ.
118.
तबसरा कर रहे हैं दुनिया पर
चदं बच्चे शराब खाने में
119.
मीर इन नीम बाज आखों में
सारी मस्ती शराब की सी है.
120.
तुम्हारी नीम निगाही में न जाने क्या था
शराब सामने आयी तो फैंक दी मैंने.